05 जनवरी से पहले कई जिले के कलेक्टर, एस पी सहित अन्य अधिकारियों के होंगे तबादले
----05 जनवरी के बाद चुनाव आयोग की अनुमति के बिना नहीं हो सकेंगे तबादले-----लोकसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा 6 जनवरी से 8 फरवरी तक मतदाता सूची का संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम रखा गया है। बताया जाता है की मध्यप्रदेश में 05 जनवरी से पहले ही ट्रांसफर हो सकेंगे। सूत्र बताते है की मध्यप्रदेश की डॉक्टर मोहन सरकार 05 जनवरी से पहले कई जिले के कलेक्टर , एस पी सहित अन्य अधिकारियों के तबादले करेगी।बताया जाता है की चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 30 जून को एक ही जिले में तीन साल का कार्यकाल पूरा करने वाले अफसरों के तबादले के आदेश भी दिए हैं। जिनमे कलेक्टर, एसपी, आईजी, संभागायुक्त, अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस और नगर निरीक्षक शामिल हैं।आयोग ने कहा है कि चुनाव से सीधा संबंध रखने वाले अधिकारियों में से अगर कोई अफसर प्रमोशन के बाद भी 30 जून 2024 की स्थिति में जिले में तीन साल पूरे करता है तो उसे भी हटाया जाए। 31 जनवरी 2024 तक इसकी जानकारी आयोग को दी जाए।
विभाग बंटवारे के बाद होगी बड़ी प्रशासनिक सर्जरी-----मध्यप्रदेश में 25 दिसंबर को 28 मंत्रियों ने शपथ ले लिया लेकिन समाचार लिखे जाने तक लगभग 05 दिन बाद तक विभागो का बंटवारा नहीं हुआ। सूत्र बताते है की विभागो का बंटवारा होते ही प्रदेश 05 जनवरी से पहले बड़ी प्रशासनिक सर्जरी होगी। हालांकि मुख्यमंत्री बनने के बाद सी एम डॉक्टर मोहन यादव ने सीएम ने उप सचिव व प्रमुख सचिव को बदल दिया है।वही अब सचिवालय से कई और अफसरों को हटाएं जाने की तैयारी चल रही है । इसके साथ ही कई कलेक्टरों की लिस्ट भी तैयार है।सूत्रों की माने तो तबादले को लेकर सीएम सचिवालय ने सामान्य प्रशासन विभाग से आईएएस अफसरों की पोस्टिंग की जानकारी मांगी।जानकारी में मैदानी अफसर, नगर मंडल, विंध्याचल, सतपुड़ा और मंत्रालय के साथ-साथ लूप लाइन में पड़े अफसरों के नाम शामिल।
बताया जाता है की जिन कलेक्टर के तबादले होने की चर्चा है उनमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर,उज्जैन, विदिशा,बैतूल,राजगढ़,बालाघाट, सिवनी सागर,नर्मदापुरम, शहडोल, सतना, खंडवा, सिंगरौली कटनी, सीधी, नरसिंहपुर, देवास सहित 2 दर्जन से ज्यादा कलेक्टर और आधा दर्जन संभाग आयुक्त की होने जा रही बदली। कलेक्टर के अलावा लगभग दो दर्जन से ज्यादा सीईओ जिला पंचायत, 8 निगम आयुक्त, दो दर्जन से ज्यादा निगम मंडल के एमडी दर्जन भर विभाग आयुक्त के साथ ही साथ 50 से ज्यादा सचिव, प्रमुख सचिव, अपर मुख्य सचिव और अन्य स्थानों पर पदस्थ अधिकारी शामिल।कलेक्टर को बदले जाने का सबसे बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है की 2015 बैच के अफसर को फील्ड पर भेजा जाना है, वहीं 2014 बैच के तीन आईएएस अभी तक कलेक्टर नहीं बन सके हैं इनमें नेहा मीना और आदित्य सिंह प्रमुख है।इन्हे नही मिली फील्ड में पोस्टिंग-----बताया जाता है की मध्यप्रदेश में कई ऐसे आई ए एस अधिकारी है जो लंबे समय से लूप लाइन में है जिनमे आईएएस अफसर नेह मारव्या, रविंद्र सिंह, गिरीश शर्मा, चंद्रशेखर बालिंबे,अजय गुप्ता, धनंजय प्रताप सिंह, ज्ञानेश्वर पाटिल,अजीत कुमार,शिल्पा गुप्ता,सरिता प्रजापति मीनाक्षी सिंह और अभिषेक शामिल है जिन्हे कुछ जिले में कलेक्टर बनाया जा सकता है